राजेश सिंह क्षत्री
मैं हर मनमोहन तीर पूछेंव,
मन्नू, ये जरदारी हर काबर आत हे
लगत हे एला कसाब के
बोकरा भात हर लुभात हे।
जरदारी सोचत होही
भारत हर कसाब ल अतका खवात हे
अतका खवात हे
के कैदी कसाब के बिल
पांच करोड़ ले पार हो जात हे
त मैं तो पीएम अंव
मोर हक तो जादा हे।
कश्मीर अभी भारत तीर आधा
पाकिस्तान तीर आधा हे।
मैं भारत जाहूं त पूरा खाके आहूं।
हमर दुश्मन दाऊद करांची म बईठ पगुरात हे
सईद ह घलो बईठे खात-मोटात हे।
जरदारी हर आत हे त थोड़कन घुड़का
पहिली कसाब के म मेखा ठेस
फेर जरदारी ल समझा
जरदा, भारत म जेन बुरा नजर घुमाही
तेन हर चांट के जाही
तैं भारत ल का खाबे
भारत के मन तोला खाही।
बांग्लादेस ल तो आन देस बना दिस
अब के कश्मीर, पंजाब अउ सिंध ल अपन म मिलाही।
मन्नू, देखा अपन ताकत,
कहि अइसन बात
एक बखत तो समझ जनता के जजबात।
मन्नू कहिथे, तैं पांच मिनट बईठ
मैं दू घंटा म आत हंव
पहिली सोनिया दाई तीर पूछ लंव
पाछू फेर बतात हंव।
मैं हर मनमोहन तीर पूछेंव,
मन्नू, ये जरदारी हर काबर आत हे
लगत हे एला कसाब के
बोकरा भात हर लुभात हे।
जरदारी सोचत होही
भारत हर कसाब ल अतका खवात हे
अतका खवात हे
के कैदी कसाब के बिल
पांच करोड़ ले पार हो जात हे
त मैं तो पीएम अंव
मोर हक तो जादा हे।
कश्मीर अभी भारत तीर आधा
पाकिस्तान तीर आधा हे।
मैं भारत जाहूं त पूरा खाके आहूं।
हमर दुश्मन दाऊद करांची म बईठ पगुरात हे
सईद ह घलो बईठे खात-मोटात हे।
जरदारी हर आत हे त थोड़कन घुड़का
पहिली कसाब के म मेखा ठेस
फेर जरदारी ल समझा
जरदा, भारत म जेन बुरा नजर घुमाही
तेन हर चांट के जाही
तैं भारत ल का खाबे
भारत के मन तोला खाही।
बांग्लादेस ल तो आन देस बना दिस
अब के कश्मीर, पंजाब अउ सिंध ल अपन म मिलाही।
मन्नू, देखा अपन ताकत,
कहि अइसन बात
एक बखत तो समझ जनता के जजबात।
मन्नू कहिथे, तैं पांच मिनट बईठ
मैं दू घंटा म आत हंव
पहिली सोनिया दाई तीर पूछ लंव
पाछू फेर बतात हंव।