कहते हैं कि एक अकेला आदमी कुछ नहीं कर सकता लेकिन जब उससे और लोग जुड़ते चले जाए तो कारवां तैयार हो जाता है, कुछ ऐसी ही चाहत मासिक पत्रिका पंचायत की मुस्कानकी टीम पाली हुई है तथा उन्होंने क्राऊड फंडिंगके सहारे एक शानदार कार्यक्रम Mahatma Gandhi Punch Parmeshwar Awards Ceremonyकरने की तैयारी कर रखी है जिससे कि उस कार्यक्रम को देखकर देश और समाज को नई दिशा मिल सके। इसके लिए विश्व की प्रतिष्ठितक्राऊड फंडिंग वेबसाईट इंडिगोगोकी मदद ली जा रही है तथा विश्व भर से सहयोग की मांग की जा रही है, अब देखना यह है कि इस काम में विश्व के लोग कितने आगे आते हैं और हमारे देश के लोगों का रवैया किस तरह से होता है, अगर यह आयोजन हो गया तो देश में अपनी तरह का यह पहला कार्यक्रम होगा जिसे क्राऊड फंडिंगके सहारे उसके अंजाम तक पंहुचाया गया होगा।
इस तरह बनी प्लानिंग
पंचायत की मुस्कानके टीम का मानना है कि भारत गांवों का देश है इसलिए जब तक हमारे देश के गांवों का विकास नहीं हो जाता सही तरीके से तब तक देश का विकास नहीं हो सकता इसी उद्देश्य को लेकर लगभग पौने चार साल पहले मासिक पत्रिका पंचायत की मुस्कानका प्रकाशन आरंभ किया गया। इस दौरान देखने में आया कि एक तरफ हमारे देश में अबूझमाड़ का पूरा क्षेत्र है जहां गूगल सर्च के अनुसार पांच हजार किलो मीटर रेंज में कोई भी पक्की सड़क नहीं है तथा आज भी यहां के लोग आदिमानव की तरह रहते हैं तो वहीं मैदानी इलाके जांजगीर चांपा जिले में ही रैनखोल और माजरकूद जैसे स्थान भी है जो विकास की दौड़ में काफी पीछे है तथा जहां तक पंहुचना आम लोगों के बस की बात नहीं है तो वही महाराष्ट्र में हिबड़े बाजार जैसा गांव भी है जहां एक अकेले सरपंच पोपट राव ने उस आम गांव की दशा और दिशा बदल कर उसे खास गांव में तब्दील कर दिया। हमारी कोशिश देश भर में पोपट राव जैसे उन सभी व्यक्तियों को आगे लाकर उन्हें पुरस्कृत करने की है जिन्होंने अपने गांव और समाज की दशा और दिशा बदलकर रख दी है। उन्हें पुरस्कृत करने से उनमें और अधिक उत्साह का संचार होगा तो दूसरी ओर उनको देख कर बहुत सारे लोग उन जैसे बनने की कोशिश करेंगे और देश और समाज के विकास में अपना योगदान देंगे।
इस तरह से करें मदद
पंचायत की मुस्कानके इस कार्य में आप भी न्यूनतम साठ रूपए से लेकर अधिकतम जितने चाहो उतने रूपए देकर अपना योगदान दे सकते हैं। वैसे इसमें पंचायत की मुस्कानकी ओर से कुछ पर्क भी दिए गए हैं जो कि रिवार्ड के तौर पर हैं अर्थात आप यदि उतने रूपए का सहयोग प्रदान करते हैं तो वो आपको भी रिटर्न गिफ्ट के तौर पर कुछ न कुछ प्रदान करेंगे। उदाहरण यदि आप एक डालर देते हैं तो थैंक्स मैसेज, 10 डालर में थैंक्यू कार्ड, 30 डालर देने पर महात्मा गांधी पंच परमेश्वर पुरस्कार का मोनो बना चांदी का सिक्का, 500 डालर में सोने का सिक्का और 1000 डालर में आपको विनिंग ट्राफी की ही तरह की एक ट्राफी प्रदान की जाएगी। अगर आप भारत के नागरिक हैं तो आपको यह ट्राफी हमारे कार्यक्रम में मंच में सम्माननीय अतिथि के समक्ष प्रदान की जाएगी।
आप इसमें सहयोग करने के लिए क्लिक करें -
https://www.indiegogo.com/projects/mahatma-gandhi-punch-parmeshwar-awards-ceremony/x/8553529
इस तरह बनी प्लानिंग
पंचायत की मुस्कानके टीम का मानना है कि भारत गांवों का देश है इसलिए जब तक हमारे देश के गांवों का विकास नहीं हो जाता सही तरीके से तब तक देश का विकास नहीं हो सकता इसी उद्देश्य को लेकर लगभग पौने चार साल पहले मासिक पत्रिका पंचायत की मुस्कानका प्रकाशन आरंभ किया गया। इस दौरान देखने में आया कि एक तरफ हमारे देश में अबूझमाड़ का पूरा क्षेत्र है जहां गूगल सर्च के अनुसार पांच हजार किलो मीटर रेंज में कोई भी पक्की सड़क नहीं है तथा आज भी यहां के लोग आदिमानव की तरह रहते हैं तो वहीं मैदानी इलाके जांजगीर चांपा जिले में ही रैनखोल और माजरकूद जैसे स्थान भी है जो विकास की दौड़ में काफी पीछे है तथा जहां तक पंहुचना आम लोगों के बस की बात नहीं है तो वही महाराष्ट्र में हिबड़े बाजार जैसा गांव भी है जहां एक अकेले सरपंच पोपट राव ने उस आम गांव की दशा और दिशा बदल कर उसे खास गांव में तब्दील कर दिया। हमारी कोशिश देश भर में पोपट राव जैसे उन सभी व्यक्तियों को आगे लाकर उन्हें पुरस्कृत करने की है जिन्होंने अपने गांव और समाज की दशा और दिशा बदलकर रख दी है। उन्हें पुरस्कृत करने से उनमें और अधिक उत्साह का संचार होगा तो दूसरी ओर उनको देख कर बहुत सारे लोग उन जैसे बनने की कोशिश करेंगे और देश और समाज के विकास में अपना योगदान देंगे।
इस तरह से करें मदद
पंचायत की मुस्कानके इस कार्य में आप भी न्यूनतम साठ रूपए से लेकर अधिकतम जितने चाहो उतने रूपए देकर अपना योगदान दे सकते हैं। वैसे इसमें पंचायत की मुस्कानकी ओर से कुछ पर्क भी दिए गए हैं जो कि रिवार्ड के तौर पर हैं अर्थात आप यदि उतने रूपए का सहयोग प्रदान करते हैं तो वो आपको भी रिटर्न गिफ्ट के तौर पर कुछ न कुछ प्रदान करेंगे। उदाहरण यदि आप एक डालर देते हैं तो थैंक्स मैसेज, 10 डालर में थैंक्यू कार्ड, 30 डालर देने पर महात्मा गांधी पंच परमेश्वर पुरस्कार का मोनो बना चांदी का सिक्का, 500 डालर में सोने का सिक्का और 1000 डालर में आपको विनिंग ट्राफी की ही तरह की एक ट्राफी प्रदान की जाएगी। अगर आप भारत के नागरिक हैं तो आपको यह ट्राफी हमारे कार्यक्रम में मंच में सम्माननीय अतिथि के समक्ष प्रदान की जाएगी।
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