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जैजैपुर में दिग्गजों की प्रतिष्ठा लगी दांव पर

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नगर पंचायत जैजैपुर में मतदान आज, मतदाताओं के मूड को नहीं भांप पा रहे प्रत्याशी

राजेश सिंह क्षत्री
Dainik Chhattisgarh Express
नगर पंचायत जैजैपुर में अध्यक्ष पद के लिए आज वोट डाले जायेंगे। लगभग ढाई साल के अध्यक्षीय कार्यकाल के लिए हो रहे उपचुनाव में भाजपा कांग्रेस के दिग्गज नेताओं सहित छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के सुप्रीमों अजीत जोगी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। जैजैपुर वासियों के लिए यह पहला अवसर रहा जब नगर पंचायत के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री, मंत्री सहित दर्जन भर विधायक चुनाव प्रचार को पंहुचे।
केन्द्र तथा राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अच्छे दिन तथा रमन सरकार की सुराज को लेकर वोट मांग उनकी प्रतिष्ठा को जैजैपुर चुनाव से जोड़ दिया है तो वहीं नगर पंचायत में चुनाव होने तथा नगरीय निकाय मंत्री होने की वजह से अमर अग्रवाल की प्रतिष्ठा भी यहां दांव पर लगी हुई है। यही वजह है कि अंतिम समय में भाजपा ने यहां पर पूरी ताकत झोंक दी तथा अमर अग्रवाल के बाद पुन्नूलाल मोहले को भी जैजैपुर भेजा। अपने प्रत्याशी दिलीप चन्द्रा के लिए चुनावी समर में उतरने की वजह से पीसीसी चीफ भूपेश बघेल की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। कांग्रेस पार्टी ने यहां से अकलतरा विधायक चुन्नीलाल साहू को चुनाव की कमान तो सौंपी ही, यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और खरसिया के तेजतर्रार विधायक उमेश पटेल को भी यहां भेजा। अभी चुनाव चिन्ह नहीं मिलने की वजह से छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी सीधे तौर पर अपनी पार्टी से उम्मीद्वार तो नहीं उतार सकी वहीं नामांकन दाखिले से लेकर चुनाव प्रचार तक जिस तरह निर्दलीय मीना महेन्द्र चन्द्रा के साथ पूरे समय तक जोगी कांग्रेसी खड़े नजर आए तथा उनके प्रचार को पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, विधायक अमित जोगी पंहुचे उनसे मीना महेन्द्र चन्द्रा के साथ-साथ उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। जैजैपुर की जीत-हार से जिला सहित राज्यस्तर पर भी समीकरण प्रभावित होंगे इतना तो तय है।

पूर्व मुख्यमंत्री, दो मंत्री, कांग्रेस यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सहित दर्जन भर विधायकों ने किया चुनाव प्रचार 
 नगर पंचायत जैजैपुर में चल रहे उपचुनाव में चाहे अध्यक्ष पद पर  कोई भी प्रत्याशी जीते या हारे यह चुनाव जैजैपुर वासियों के दिलो दिमाग पर लंबे समय तक अंकित रहेगा। लगभग दस साल पहले अस्तित्व में आए जैजैपुर वासियों के लिए यह पहला अवसर रहा जब यहां के लोगों ने एक साथ अलग-अलग पाटिर्यों के इतने सारे नेताओं को अपने नगर में चुनावी रणनीति तैयार करते तथा वोट मांगते हुए देखा। गाड़ा छाप लेकर चुनाव मैदान में उतरी मीना महेन्द्र चन्द्रा के लिए छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी के सुप्रीमों पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी चुनावी समर में उनके लिए वोट मांगने उतरे तो वहीं उनके सुपुत्र और तेजतर्रार विधायक अमित जोगी भी वोट मांगते नजर आए। चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रत्याशी सोनसाय देंवागन को जिताने नगरीय निकाय का दायित्व संभाल रहे जिले के प्रभारी मंत्री अमर अग्रवाल को मोर्चे पर उतारा तो वहीं पूर्व में जिले का प्रभार संभाल चुके एक और मंत्री पुन्नूलाल मोहले को भी चुनावी रण में भेजा। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव संचालन की जवाबदारी ही अकलतरा विधायक चुन्नीलाल साहू को थमा रखा था वहीं पीसीसी चीफ भूपेश बघेल तथा यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष खरसिया विधायक उमेश पटेल भी अपनी पार्टी के प्रत्याशी दिलीप चन्द्रा के पक्ष में लोगों से वोट मांगते हुए नजर आए। 

चुनावी रण में किस्मत आजमा रहे सात उम्मीद्वार
नगर पंचायत जैजैपुर में अध्यक्ष पद के लिए चल रहे उपचुनाव में इस बार सात प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। कांग्रेस ने यहां से दिलीप चन्द्रा को तो भारतीय जनता पार्टी ने सोनसाय देंवागन को चुनाव मैदान में उतारा है। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जोगी ने गाड़ा छाप लेकर चुनाव मैदान में उतरे मीना महेन्द्र चन्द्रा को समर्थन दिया है तो वहीं बस छाप से हरनारायण यादव, गिलास छाप पर हीरा साहू, मटका छाप पर केदारनाथ खांडे और नल छाप पर पालेश्वर शर्मा चुनावी समर में उतरे हैं। स्थानीय विधायक केशव चन्द्रा की पार्टी बहुजन समाज पार्टी ने इस बार अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं।

निर्दलियों के साथ रहा है जैजैपुर का इतिहास
 लगभग दस साल पहले ग्राम पंचायत से नगर पंचायत के रूप में अस्तित्व में आए जैजैपुर का इतिहास इससे पहले हुए दोनों चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ ही रहा है। जब पहली बार जैजैपुर नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए वोट डाले गए तो गिलास छाप से भाजपा की बागी झनकेश्वरी बलराम चन्द्रा ने विजय प्राप्त की थी वहीं 2014 के लिए हुए चुनाव में निर्दलीय महेन्द्र चन्द्रा ने गाड़ा छाप से विजय प्राप्त की थी। एक बार फिर से यहां राजनीतिक दलों को गाड़ा और गिलास कड़ी टक्कर दे रहे हैं। गाड़ा छाप की मीना महेन्द्र चन्द्रा ने राष्ट्रीय दलों के प्रत्याशियों के रणनीतिकारों के माथे पर चिंता की  लकीरें ला दी है तो वहीं गिलास छाप पर खड़े हीरा साहू की स्थिति भी ठीक दिखाई पड़ रही है तो वहीं एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी हरनारायण यादव भी अपनी बस दौड़ाने की कोशिश में है।

2014 में किसे कितना वोट मिला था?
 नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए 2014 में हुए चुनाव में कुल चार प्रत्याशी चुनावी समर में उतरे थे जिसमें से तीन प्रत्याशी चन्द्रा समाज के तो वहीं एक प्रत्याशी साहू समाज के थे। कांग्रेस ने तब बलराम चन्द्रा उर्फ बल्लू गौटिया को टिकट दिया था तो वहीं क्षेत्र में मजबूत समझी जाने वाली बहुजन समाज पार्टी ने उनके रिश्तेदार लक्ष्मीन गोपाल चन्द्रा को चुनावी समर में उतार दिया था। भारतीय जनता पार्टी ने उससे पहले हुए चुनाव की तरह एक बार फिर से साहू समाज की प्रत्याशी पर भरोसा जताया था तथा अमृत लाल उर्फ बंटी साहू को टिकट थमाया था वहीं  कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने से नाराज महेन्द्र चन्द्रा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में गाड़ा छाप पर चुनाव मैदान में उतरे थे। तब 1719 वोट लेकर निर्दलीय महेन्द्र चन्द्रा इस चुनाव में विजयी रहे थे। कांग्रेस के बलराम चन्द्रा को 1353 वोट तो बसपा के लक्ष्मीन गोपाल चन्द्रा को 1267 वोट मिले थे वहीं 790 वोट पाकर भाजपा के अमृतलाल साहू चौथे स्थान पर थे। इस चुनाव में नोटा के खाते में भी 40 वोट पड़े थे।

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