प्रिय .......... जी,
आई लव यू !
जब से मैंने आपके काले-काले गालों और गोरे-गोरे बालों के चर्चे सुने हैं मैं आपका दीवाना हो गया हूं, इसलिए मैं आपको यह गोभी का फूल भेज रहा हूं।
ये मत सोचना कि इसे मैंने पैसा खर्च करके बिसाया है।
इसे खास आपके लिए अपने मम्मी के किचन से चोराया है।
पहले जी में आया कि मैं आपको गुलाब का फूल भेज दूं, लेकिन तीन कारणों से मुझे गुलाब की जगह गोभी का फूल भेजना पड़ा।
पहला - गुलाब का फूल जल्दी मुरझा जाता, गोभी का फूल ज्यादा दिन तक चलेगा।
दूसरा - गुलाब का फूल आपके कोई काम नहीं आता इसलिए आप इसे वापस लौटा भी सकते थे, लेकिन गोभी कम से कम सब्जी रांधने के काम तो आएगा।
तीसरा - गुलाब का फूल दूसरे के घर से चोराना पड़ता गोभी का फूल घर में रेडिमेट मिल गया।
मेरे दिल में आया कि पहले यह फूल मैं स्वयं आपसे मिलकर दे दूं, फिर ख्याल आया कि चुनावी मौसम में अगर आपको मेरा फूल पसंद नहीं आया तो आप मेरे गालों पे पंजा झाप का प्रचार न कर दें।
फिर सोचा इसे कोरियर कर दूं लेकिन दो समस्या थी,
पहला - कोरियर वाले का कहना था कि गुलाब के दस रूपए लगते हैं गोभी के पांच सौ रूपए लगेंगे। अब कूकरा से जादा पुदगउनी तो नहीं दे सकता था ना।
दूसरा - कोरियर वाला मेरा गोभी अपनी ओर से दे आता तो मैं तो गया काम से।
इसलिए मैं आपको यह फेसबुक के माध्यम से भेज रहा हूं क्योंकि इसमें न तो मार खाने का खतरा है और न ही जेब से पैसे लगने है।
मैं आपको दिल चीर के देख मेरा ही नाम होगा नहीं कहूंगा क्योंकि उससे खतरा ये है कि कहीं आप हंसिया लेकर सचमुच दिल चीरने लग गई तो मैं तो गया काम से।
मैं तो आपको हमको सिर्फ तुमसे प्यार है ही कहूंगा, सच मानो मैंने अपने चालीस-पचास गर्लफ्रेण्डों से भी यही कहा है।
आपको मेरा गोभी पसंद आए तो साग रांध के खा लेना, एक पिलेट मेरे लिए भी भेज देना।
और कहीं पसंद ना भी आए तो उसे मेरी ओर से किसी और लड़की को दे देना।
आपका ..............।